Internship अब Syllabus बन गया है – आज के समय में एक अच्छी नौकरी पाने के लिए इंटर्नशिप बहुत जरूरी हो गया है। इस वजह से इंटर्नशिप को बहुत सारे कोर्स में सिलेबस का हिस्सा बना दिया गया है। अब सिर्फ एग्जाम पास करना काफी नहीं बल्कि रियल वर्ल्ड एक्स्पोज़र के लिए आपको इंटर्नशिप का हिस्सा भी बना होगा। इंटर्नशिप एक करिकुलम कंपोनेंट बन चुका है जो तेजी से लगभग सभी कोर्स पर लागू किया जा रहा है। यानी अब इंटर्नशिप आपकी अटेंडेंस असाइनमेंट और विवा के साथ जुड़ा होगा और फाइनल ईयर रिपोर्ट में आपको अपना इंटर्नशिप प्रेजेंट करना होगा। इंटर्नशिप को सब्जेक्ट की तरह लेने का मतलब क्या होता है और कौन सा स्किल इसके लिए जरूरी होता है इसकी पूरी जानकारी इस लेख में दी गई है।
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Internship अब सब्जेक्ट की तरह क्यों शामिल किया जा रहा है?
Internship को अब सब्जेक्ट की तरह शामिल किया जा रहा है। इसका कारण यह है कि इंडस्ट्री रेलीवेंट एजुकेशन बहुत जरूरी हो गई है। वर्तमान समय में विद्यार्थी जो पढ़ रहे हैं उसका इस्तेमाल इंडस्ट्री में बहुत कम हो रहा है। इसका दूसरा कारण है बेरोजगारी, वर्तमान समय में कंपनी को जिस तरह के कैंडिडेट चाहिए उसे तरह के कैंडिडेट कोर्स कंप्लीट करने के बाद नहीं बन पा रहे हैं। इस वजह से कंपनी खुद उन्हें इंटर्नशिप के जरिए समझाएगी सिखाएगा और तब कंपनी को सही कैंडिडेट मिल पाएगा।
अगर आप गांव के इलाके से हैं या फिर लॉन्ग डिस्टेंस स्टडी करने वाले रिमोट स्टूडेंट है हर परिस्थिति में आपके लिए इंटर्नशिप बहुत जरूरी है। इस वजह से ऑफलाइन और ऑनलाइन इंटर्नशिप दोनों सुविधा को लाया जा रहा है।
Internship Topics बनने के बाद क्या क्या बदल जाएगा?
इंटर्नशिप जब एक सब्जेक्ट बन जाएगा तब बहुत कुछ बदल जाएगा जिसमें आपकी पढ़ाई का ड्यूरेशन पढ़ाई शुरू करने का टाइम डॉक्यूमेंटेशन मार्क्स इन सभी चीजों में बदलाव देखने को मिलेगा। उदाहरण के तौर पर अगर कोई कोर्स 1 या 2 महीने का है तो वह बढ़कर 2 से 3 महीना का हो जाएगा।
इसके अलावा जिस तरह स्कूल में एक क्लास में आपको समर वेकेशन और विंटर वेकेशन दिया जाता है यह बदल जाएगा। इसमें आपको परीक्षा से पहले कुछ समय की छुट्टी दी जाएगी जो आपके इंटर्नशिप का समय होगा और उसमें आपका इंटर्नशिप करवाया जाएगा। इसके अलावा जिस तरह मार्कशीट और ट्रांसफर सर्टिफिकेट का बहुत अधिक महत्व है जब इंटर्नशिप एक सब्जेक्ट के रूप में शामिल होगा तो इसका महत्व भी काम हो जाएगा। इसी वजह से मार्क्स से ज्यादा एक्सपीरियंस और आपके काम करने के तरीके का महत्व बढ़ जाएगा।
Internship की तैयारी अब कैसे करें?
अगर आपको इंटर्नशिप की तैयारी करनी है तो कौन-कौन से स्किल आपके लिए बेहतर हो सकता है उसकी जानकारी नीचे दी गई है –
- Communication ability
- report writing expertise
- Time administration
- Expertise ability
- work ethics
Internship के लिए Apply कैसे करें – जब ये Topic बन चुका हो?
आप इंटर्नशिप के लिए कहां से अप्लाई कर सकते हैं उसकी सूची भी नीचे दी गई है –
- School Placement Cell
- Govt Portal
- NGO & Social Challenge Web site
- Firms Web sites
- Internshala Portal
Internship Report कैसे बनाए – अब सब्जेक्ट की तरह प्रिपेयर करना होगा
इंटर्नशिप रिपोर्ट बनाने के लिए आपको अपने रिपोर्ट में कौन-कौन सी जानकारी को लिखना चाहिए और उसमें क्या इंक्लूड करना चाहिए उसकी एक सूची नीचे दी गई है –
Part Tittle |
What to Embrace |
Cowl Web page |
Title, School, Internship Title, Period |
Index |
Desk of Content material |
Introduction |
Concerning the Firm/NGO/Challenge |
Goals |
आपने इस Internship से क्या सीखने का Goal रखा |
Methodology |
कैसे काम किया (instruments, conferences, communication technique) |
Learnings |
Comfortable + Technical Expertise Gained |
Challenges |
Discipline में क्या समस्याएँ आईं, आपने कैसे हल किया |
Consequence |
आपने क्या Ship किया, KPIs या Output क्या रहे |
Conclusion & Suggestions |
आपकी Reflection + School/Firm से मिला Evaluation |
निष्कर्ष
आज इस लेख में हमने आपको बताया कि इंटर्नशिप कैसे एक सब्जेक्ट बन चुका है और यह बहुत जरूरी है। अब इंटर्नशिप कोई aspect activity नहीं बल्कि एक सब्जेक्ट है जो आपके अकादमी का हिस्सा बन चुका है और इसके जरिए आप रियल एक्स्पोज़र प्राप्त कर पाएंगे और आसानी से इंडस्ट्री के लिए रेडी हो पाएंगे। अगर आपने इसे सीरियस से लिया तो सिर्फ मार्क्स नहीं बल्कि आपका करियर फाउंडेशन मजबूत बनेगा।