M.Ed Course: M.Ed का पूरा नाम Grasp of Schooling है। यह 2 साल का एक स्नातकोत्तर स्तर (Postgraduate) का प्रोफेशनल डिग्री प्रोग्राम है, जिसे आप B.Ed (Bachelor of Schooling) या इसके जैसी डिग्री के बाद कर सकते हैं। M.Ed Course उन लोगों के लिए है, जो शिक्षक के तौर पर अपना करियर बनाना चाहते हैं और शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं, जैसे कि शैक्षिक प्रशासन, पाठ्यक्रम विकास, शिक्षक प्रशिक्षण, शैक्षिक परामर्श या शोध कार्य आदि।
यह कोर्स आपको भारत के प्राथमिक, माध्यमिक या उच्चतर माध्यमिक (major, secondary or increased secondary) स्तर पर एक विशेषज्ञ शिक्षक, शैक्षिक प्रशासक या नीति निर्माता के रूप में करियर बनाने में मदद करता है। M.Ed Course को राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) द्वारा नियंत्रित किया जाता है। अगर आप भी शिक्षा के क्षेत्र में नेतृत्वकारी (Chief) की भूमिका निभाना चाहते हैं या शैक्षिक क्षेत्र में योगदान देना चाहते हैं, तो M.Ed Course आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन हो सकता है।
M.Ed Course मुख्य रूप से टीचिंग के तरीकों, टीचिंग स्किल्स, शैक्षिक मनोविज्ञान, अनुसंधान पद्धतियों, शैक्षिक टेक्नोलॉजी और कक्षा की मैनेजमेंट व नेतृत्व आदि के बारे में सिखाता है। M.Ed Course न केवल आपको एक अच्छा शिक्षक बनाता है, बल्कि यह आपके नेतृत्व कौशल, शोध क्षमता, शैक्षिक नीतियों और दूसरों को जानने की सोच को बेहतर बनाता है। M.Ed को करने के बाद सरकारी और प्राइवेट स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, शैक्षिक संगठनों या एडटेक कंपनियों में उच्च पदों पर कार्य कर सकते हैं।
अगर आप M.Ed के बाद एजुकेशन के क्षेत्र में ही पढ़ाई करना चाहते हैं या इसी क्षेत्र में विशेषता हासिल करना चाहते है, तो इस लेख को अंत तक पढ़ें। इस लेख में हमने M.Ed Course की पूरी जानकारी के बारे में विस्तार से बताया गया है।
M.Ed Course – Overview
Parameter |
Course Particulars |
---|---|
Course Title |
M.Ed (Grasp of Schooling) |
Course Degree |
Postgraduate |
Course Length |
2 Years (4 Semesters); 1 Yr (2 Semesters) in choose universities from 2026-27 |
Minimal Eligibility |
B.Ed or equal diploma (B.El.Ed, BA.Ed, B.Sc.Ed) with minimal 50-55% marks |
Minimal Marks Required |
Minimal 50-60% marks in B.Ed (varies by college) |
Admission Course of |
Advantage-Primarily based / Entrance Examination-Primarily based (CUET PG, DUET, BHU PET, and many others.) |
Age Restrict |
No age restrict in most universities; some might require minimal 21 years |
Essential Topics |
|
Common M.Ed Course Charges |
|
Common Beginning Wage |
₹4 LPA – ₹8 LPA |
Prime Job Profiles |
Professor, Curriculum Developer, Instructional Administrator, Counselor, Principal |
Prime Recruiters |
Kendriya Vidyalaya, NCERT, EdTech companies (Byju’s, Unacademy), Universities, Authorities Departments |
Eligibility Standards for M.Ed Admission
M.Ed कोर्स में एडमिशन के लिए आपके पास B.Ed डिग्री या इसके बराबर डिग्री (जैसे B.El.Ed, BA.Ed, B.Sc.Ed आदि) होनी चाहिए। अधिकांश विश्वविद्यालयों में B.Ed में न्यूनतम अंक 50-55% तक होने चाहिए, हालांकि कुछ विश्वविद्यालयों में आरक्षित वर्ग (SC/ST/OBC) के लिए 45% तक अंक भी चल पड़ते हैं। कई विश्वविद्यालय या राज्य प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करते हैं, जैसे CUET PG, DUET, BHU PET, AMU Entrance Examination या अन्य राज्य-स्तरीय परीक्षाएं आदि। और कुछ विश्वविद्यालय मेरिट के आधार पर भी प्रवेश होता है। जिसमें B.Ed के अंकों आधार पर मेरिट बनाई जाती है। और कुछ संस्थानों में शिक्षण अनुभव भी माँगा जाता है।
The way to Get Admission in M.Ed Course?
M.Ed में Admission मुख्य रूप से दो तरीकों से होती है एक मेरिट आधारित (Advantage-Primarily based) जिसमे B.Ed कोर्स के अंकों के आधार पर छात्रों को चुना जाता है। और दूसरा प्रवेश परीक्षा आधारित (Entrance Examination-Primarily based)। भारत लगभग सभी विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए CUET PG, DUET, BHU PET, AMU Entrance Examination या अन्य राज्य-स्तरीय परीक्षाओं से गुजरना होता है।
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M.Ed Course Admission Course of
- स्टेप 1: सबसे पहले, आपको M.Ed Course में एडमिशन के लिए अपने चुने हुए कॉलेज या विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर M.Ed एडमिशन के लिए आवेदन फॉर्म भरना होगा। अगर आपका कॉलेज प्रवेश परीक्षा (Entrance Examination) से एडमिशन लेता है, तो उसका फॉर्म भरें।
- स्टेप 2: अगर प्रवेश परीक्षा हो रही है तो पहले प्रवेश परीक्षा में भाग लें। इसमें शिक्षण योग्यता (Instructing Aptitude), तर्कशक्ति (Reasoning), सामान्य ज्ञान और भाषा प्रवीणता (Language Proficiency) से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। इस परीक्षा में आपको अच्छे अंक लाने होंगे। ताकि आप अपने पसंदीदा कॉलेज में एडमिशन ले सके।
- स्टेप 3: अगर आप मेरिट लिस्ट या प्रवेश परीक्षा में सेलेक्ट होते हैं, तो आपकी काउंसलिंग होगी, काउंसलिंग प्रक्रिया के दौरान आपके दस्तावेजों की जांच होगी। इसमें B.Ed की मार्कशीट, स्नातक की मार्कशीट, 10वीं/12वीं प्रमाण पत्र, पहचान पत्र, और अन्य आवश्यक दस्तावेज शामिल होते हैं।
- स्टेप 4: जिसके बाद आपको M.Ed Course की फीस की जानकारी दी जाएगी। SC/ST/OBC वर्ग के लिए कई विश्वविद्यालयों में फीस छूट और बहुत से विश्वविद्यालय में छात्रवृत्ति की सुविधा भी होती है। जिसके बारे में आपको विश्वविद्यालय के प्रॉस्पेक्टस से पता चल जायेगा।
- स्टेप 5: सभी प्रक्रियाओं के बाद, फॉर्म और फीस विश्वविद्यालय के प्रवेश कार्यालय में जमा करें। इसके बाद आपका प्रवेश पूरा हो जाएगा।
M.Ed Course Charges Construction: Authorities and Non-public Universities
कॉलेज का प्रकार |
वार्षिक फीस |
---|---|
सरकारी कॉलेज/विश्वविद्यालय |
₹10,000 – ₹50,000 प्रति वर्ष |
प्राइवेट कॉलेज/विश्वविद्यालय |
₹40,000 – ₹1,50,000 प्रति वर्ष |
M.Ed कोर्स की फीस हर एक कॉलेज और college यूनिवर्सिटी में अलग-अलग है। सरकारी कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में फीस कम होती है, वही प्राइवेट कॉलेजों में यह अधिक हो सकती है। कई विश्वविद्यालयों में SC/ST/OBC और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों के लिए छात्रवृत्ति या फीस में छूट दी जाती है।
M.Ed Course Length and Sample
भारत में M.Ed कोर्स की अवधि आमतौर पर 2 वर्ष होती है, भारत में M.Ed कोर्स के लिए कुछ विश्वविद्यालय में वार्षिक सिस्टम (प्रणाली) भी हो सकती है, पर ज्यादातर विश्वविद्यालय में सेमेस्टर सिस्टम होता है। इसमें 4 सेमेस्टर होते है। प्रत्येक सेमेस्टर में 4-6 विषय पढ़ाए जाते हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत, NCTE ने 2026-27 सत्र के लिए 1 साल का M.Ed कोर्स शुरू करने की योजना बना रहा है , जो 2 सेमेस्टर में पूरा होगा। कोर्स में सैद्धांतिक विषयों के साथ-साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और इंटर्नशिप भी शामिल होती है।
Topic Choice in M.Ed
कोर विषय (Core Topics): M.Ed में आपको शैक्षिक मनोविज्ञान, अनुसंधान पद्धति, पाठ्यक्रम अध्ययन, शैक्षिक प्रौद्योगिकी, और नेतृत्व व प्रबंधन जैसे प्रमुख विषय पढ़ाए जाते हैं।
विशेषज्ञता (Specializations): आप अपनी रुचि और B.Ed के विषय के आधार पर विशेषज्ञता चुन सकते हैं, जैसे शैक्षिक प्रौद्योगिकी, विशेष शिक्षा, शैक्षिक परामर्श, पाठ्यक्रम विकास, या शैक्षिक प्रशासन।
स्किल-बेस्ड कोर्स: कुछ विश्वविद्यालयों में डिजिटल शिक्षण, समावेशी शिक्षा, पर्यावरण शिक्षा, या शैक्षिक नीति विश्लेषण जैसे स्किल-आधारित कोर्स भी उपलब्ध हैं।
लोकप्रिय विशेषज्ञताएं: M.Ed में निम्नलिखित विशेषज्ञताएं लोकप्रिय हैं:
- शैक्षिक प्रौद्योगिकी (Instructional Know-how)
- विशेष शिक्षा (Particular Schooling)
- परामर्श और मार्गदर्शन (Steerage and Counseling)
- पाठ्यक्रम और शिक्षण (Curriculum and Instruction)
- शैक्षिक प्रशासन और नेतृत्व (Instructional Administration and Management)
Internship Alternatives Throughout M.Ed
M.Ed कोर्स में इंटर्नशिप अनिवार्य हिस्सा है, जो आमतौर पर तीसरे या चौथे सेमेस्टर में होती है। प्रमुख इंटर्नशिप क्षेत्र:
- शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में: शिक्षक प्रशिक्षक या सहायक प्रोफेसर के रूप में प्रैक्टिकल अनुभव।
- शैक्षिक संगठन: NCERT, SCERT या शैक्षिक नीति से जुड़े NGOs में कार्य।
- एडटेक कंपनियां: ऑनलाइन शिक्षण मंचों (जैसे Byju’s, Unacademy) या शैक्षिक सामग्री विकास में इंटर्नशिप।
- शोध परियोजनाएं: शैक्षिक अनुसंधान या पाठ्यक्रम विकास से जुड़े प्रोजेक्ट्स में भागीदारी।
M.Ed Common and Distance Studying: Which One is Higher?
M.Ed कोर्स को आप दो तरह से कर सकते है या तो आप नियमित (common) रोज कॉलेज जा कर M.Ed कोर्स कर सकते है या फिर कुछ ऐसे विश्वविद्यालय है जो Distance Studying भी उपलब्ध करवाते है जैसे भारत का प्रसिद्ध इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (IGNOU) विश्वविद्यालय है, जो M.Ed कोर्स की Distance Studying सुविधा उपलब्ध करवाता है।
हमारी सलाह ये है कि अगर आप पूरी तरह स्वस्थ है और कॉलेज जा सकते हैं, तो M.Ed कोर्स नियमित रूप से ही करें। कॉलेज में पढ़ाई के साथ-साथ आपको अन्य गतिविधियों में भाग लेने का मौका मिलता है, जो आपके व्यक्तित्व विकास में मदद करता है। साथ ही, फेस-टू-फेस इंटरैक्शन से आप तेजी से सीख सकते हैं। डिस्टेंस लर्निंग उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो नौकरी के साथ पढ़ाई करना चाहते हैं।
Profession Choices After M.Ed – Wage, Hiring and Job Roles
M.Ed कोर्स पूरा करने के बाद आपके पास कई करियर विकल्प उपलब्ध हैं। आपकी विशेषज्ञता, अनुभव और कौशल के आधार पर निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल्स में अवसर मिल सकते हैं:
Degree |
Wage Vary (Per Annum) |
Job Roles |
---|---|---|
Entry-Degree |
₹4 – ₹6 LPA |
Assistant Professor, Curriculum Developer, Instructional Counselor |
Mid-Degree |
₹6 – ₹10 LPA |
Senior Instructor, Tutorial Coordinator, Instructional Marketing consultant |
Senior-Degree |
₹10 – ₹20 LPA |
Principal, Schooling Administrator, Coverage Maker, Researcher |
Prime Recruiters:
- कॉरपोरेट फर्म्स: Byju’s, Unacademy, Vedantu, Physics Wallah
- शिक्षा संस्थान: Kendriya Vidyalaya, Navodaya Vidyalaya, NCERT, SCERT, Universities, Authorities Faculties
- शैक्षिक संगठन: NGOs, Instructional Consultancies, Analysis Businesses
Greater Research After M.Ed
M.Ed के बाद यदि आप अपनी शिक्षा को और आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित कोर्स कर सकते हैं:
- Ph.D. in Schooling
- M.Phil. in Schooling
- Postgraduate Diploma in Instructional Management
- Certificates in Instructional Know-how
- Particular Schooling Certification
- Postgraduate Diploma in Steerage and Counseling
Prime 10 M.Ed Faculties in India
- Banaras Hindu College (BHU), Varanasi
- Jamia Millia Islamia, Delhi
- College of Delhi, Delhi
- Guru Gobind Singh Indraprastha College, Delhi
- Amity Institute of Schooling, Noida
- Annamalai College, Tamil Nadu
- Beautiful Skilled College, Phagwara
- College of Mumbai, Mumbai
- Regional Institute of Schooling, Bhubaneswar
- St. Xavier’s Faculty of Schooling, Patna
M.Ed (Grasp of Schooling) Course – FAQ
What are the eligibility standards for M.Ed?
Minimal 50–55% marks with B.Ed or equal diploma (B.El.Ed, Ba.ed, B.Sc.Ed). The doorway examination in some universities is obligatory.
What’s the M.Ed. charges?
₹ 10,000 – ₹ 50,000 per yr in authorities schools, and ₹ 40,000 – ₹ 1,50,000 per yr in personal schools.
What to do after M.Ed?
You possibly can grow to be professors, instructional advisors, programs builders, or college principal in schools. Ph.D. for increased training Or M.Phil. Can do
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